Menu
blogid : 1232 postid : 119

आइये,आजादी के दो लडडू खाइये।

amritvani
amritvani
  • 42 Posts
  • 132 Comments

ये वक्‍त है कि हम अपने गिरेवान में झांकें,
हम आज जिस वजह से हैं,करें
सम्‍मान अपनी कीमत का,ताकि मना सकें,
उस आजादी का जश्‍न,जिसका सपना देखा था।
ये वक्‍त है कि हम लडें अपनी बुराइयों से,
ताकि सबको मिल सके,बराबरी का हक,
उस वायदे का,जिसको जगह दी थी,
अपने संविधान में,ताकि कह सकें,
हम अपने सपनों को साकार करते हैं।
63 वीं आजादी को मनाने का लें एक
नया संकल्‍प,आत्‍मसम्‍मान के साथ जीने का।
तोडकर दुश्‍मन के इरादे,विश्‍वास व ईमान के,
सहारे देंगें एक मौका अपने गले में झांककर
ताकि हम उतार सकें,आजादी के दो लडडू अपने गले के नीचे।

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh